Sunday, February 3, 2013

किस्मत को चीर


यार जी ले जिंदगी मिली हैं !
हात पैर सलामत है !
हर कोई मारता है जीलात कि मोत !
पैसे पैसे करके मरनेवाले भी है यहां !
इस सब मी अगर तू जी गया तो समाज लेना तुने अपनी किस्मत को चीर दिया...!!!

-- वर्षा नाईक

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